नींद शायरी |
बहुत सारे वजह होते हैं जब व्यक्ति को रात में नींद नही आती हैं, मगर प्यार में जब नींद रातों को नहीं आती हैं तो रातें और भी सुहानी हो जाती हैं. इस पोस्ट में नींद पर बेहतरीन शायरी दी गयी हैं,
इस सफ़र में नींद ऐसी खो गई,
हम न सोए रात थक कर सो गई.
राही मासूम रजा
नींद चुराने वाले पूछते हैं सोते क्यूँ नहीं,
इतनी ही फ़िक्र है तो फिर हमारे होते क्यूँ नही.
ख्वाहिश चाहत से बढ़ गई तू इबादत हो गई हैं,
मेरी नींदों को भी तेरे सपनों की आदत हो गई हैं.
सो जाने दे मुझे नींद की गहराईयों में,
जीने नहीं देती उसकी यादें तन्हाईयों में.
जागते रहने से ज्यादा मुझे नींद प्यारी हैं,
क्योकि हकीकत में न सही पर सपनों में तो वो हमारी हैं.
वो आँखों में अरमान जगा दिया करते हैं,
फिर चुपके से नींद चुरा लिया करते हैं.
तन्हाईयों में मुस्कुराना इश्क हैं,
एक बात को सबसे छुपाना इश्क हैं,
यूं तो नींद नहीं आती हमें रात भर
मगर सोते-सोते जागना और जागते-जागते सोना इश्क हैं.
दिल की किताब में गुलाब उनका था,
रात की नींद में ख्वाब उनका था,
कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा,
मर जायेंगे तुम्हारे बिना ये जबाब उनका था.
गुम है मेरी आँखों से नींद आज भी,
याद करके रात कट जाती हैं आज भी.
नींद आये या ना आये,
चिराग बुझा दिया करो,
यूँ रात भर किसी का जलना
हमसे देखा नहीं जाता.
एक नींद है जो रात भर नहीं आती हैं,
एक नसीब हैं जो ना जाने कबसे सो रहा हैं.
बस यही दो मसले जिन्दगी भर ना हल हुए,
ना नींद पूरी हुई, ना ख्वाब मुकम्मल हुए.
काश कोई एक रात ऐसी भी आ जाये,
नींद आ जाये पर तेरी याद न आये.
No comments:
Post a Comment