रिश्ते को मजबूत बनाए रखने में साइक्लोजिकल फैक्ट्स करते हैं काफी मदद
रिश्तों को बेहतर बनाने में दो इंसान की मनोवैज्ञानिक स्थिति भी बहुत मायने रखती है. जानते है किस तरह से साइकोलॉजिकल फैक्ट्स एक-दूसरे को समझने में आपकी मदद करते हैं.आज की व्यस्त जिंदगी में ये साइक्लोजिकल फैक्ट्स आपके रिश्ते को मजबूत बनाए रखने में काफी मदद करेंगे…
आंखों में आंखें डालकर सच जानने का पैमाना हमेशा सही हो जरूरी नहीं, क्योंकि अजनबियों के सामने आंखों में आंखें डालकर लोग आसानी से झूठ बोल देते हैं. लेकिन आज भी मनोवैज्ञानिक ये मानते हैं कि जानने या चाहने वाले की आंखों में आंखें डालकर झूठ बोलना हर इंसान के लिए बहुत मुश्किल होता है. अगर आप चार मिनट तक उनकी आंखों में देखते हुए बात करते हैं तो तो उनकी मनोस्थिति का पता आप लगा सकते हैं. अगर वो आपसे खुश या नाखुश हैं तो उनकी आंखों में सबकुछ दिख जायेगा.
किसी दुखद स्थिती में आपका अपने पार्टनर या दोस्त का हाथ पकड़ना ही उसके लिए काफी होता है. आप उसे हाथ पकड़ के एहसास दिलाते हैं कि आप हो उसके साथ और ये आपको सामने वाले की मनोस्थिती समझने में भी मदद करता है.
आपकी एक मुस्कुराहट आपके अपनों के सारी परेशानियों को खत्म या कम करने में काफी सहायक है. इसलिए आप कितने भी टेंशन में क्यों न हो एक-दूसरे से जब भी मिले एक मुस्कुराहट के साथ मिले.
बात-चीत हर समस्या का हल होती है और एक-दूसरे के बारे में ज्यादा से ज्यादा बताती भी है. लेकिन चुप्पी उस हर एक समस्या का भी हल है जब इंसान को किसी समस्या का कोई हल नहीं मिलता. क्योंकि इंसान किसी न किसी स्थिती में पलट के जवाब देने के लिए हमेशा तैयार रहता है. लेकिन चुप बहुत ही कम लोगों के सामने होता है खासकर उनके सामने जिन्हें वो हर्ट नहीं करना चाहता.
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