मैं इस तरह अमृत (दूध)को सड़क पर फेँकने वाले आंदोलन का विरोध करता हूँ!!
मैं समर्थन करता हूँ किसान का हक मिले और हम सब मिलकर सरकार से असहयोग करें विरोधी शहर के लोग नहीं हुक्मरान हैं सड़क पर दूध फेकने वाले क्या किसान हैं ?
सड़कों पर दूध फेकने के फोटो और वीडियो आ रहे हैं कहा गया कि फेकने वाले किसान हैं ।
मेरे गांव के किसानों के यहां दुधारू पशु हैं यदि एक बून्द दूध नीचे गिर जाये तो वे धरती पर हाथ फेर कर माथे से लगाते हैं ।
भारत के सभी गांव के किसानों इस परम्परा के हैं । तब प्रश्न उठता है कि जो लोग सड़कों पर दूध फेक रहे हैं क्या वे वाकई किसान हैं ? क्या सड़कों पर दूध फेंकनें वाले सब्जियां बिखेरने वाले असली किसान हैं।
या पेड कार्यकर्ता है। राजनीतिक दलों को मैं ऐसे घटिया प्रदर्शन का विरोध करता हूं और यह दूध और सब्जियां को सड़कों पर फेंका जा रहा है वो भी इन फेंकने वालों की नहीं है ।जो लोग इनको सप्लाई करने जा रहे हैं। उनकी गाड़ियों को लूट कर जमीन पर फेंका जा रहा है।क्या यह सच में किसान है आंदोलन करने की भी हद होती है ।और कोई तरीका होता है क्या ऐसे आंदोलन किया जाता है ?
यही क्रांतिकारी हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए यह किसान नहीं राजनैतिक चमचे हैं!
शर्म करो!!
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