दिल जान जिगर अपना
दिल जान जिगर अपना,सब तुम पर वारा है
तुम प्यार करो मुझको, अधिकार तुम्हारा है
कभी इन घटाओं जैसी जुल्फों की छांव तले
प्यार से बैठाईए हमें भी सोने दीजिए
दूरियां रहें ना कभी पूरे अरमां हों सभी
इनकार को भी इकरार होने दीजिए
मेरी खातिर यारा तुम्हें रब ने उतारा है
तुम प्यार करो मुझको..........
दिल करे शाम ढले हाथों में हाथ लिए
दूर कहीं तुम्हें ले जाउं तन्हाई में
दुनियां है संगदिल कौन कहां जाये मिल
जीना नहीं हमको कहीं भी रूसवाई में
इसे और दर्द ना दो दिल गम का मारा है
तुम प्यार करो मुझको..........
ऐसा रंग रूप तुम्हें दिया है खुदा ने इसे
धारदार नजरों से जग की बचाईए
दिल में छुपा लूं तुम्हें आंखों में बसा लूं तुम्हें
सारी उम्र देखूं ऐसा ख्वाब बन जाईए
अब तुमसे दूर रहना पल भर ना गंवारा है
तुम प्यार करो मुझको..........
इतने करीब आओ सबको ही भूल जाओ
हमें एक दूसरे के दिल में समाना है
प्यार है जरूरी बडा जिंदगी जीने के लिए
जख्मी ये राज हमें सबको बताना है
तेरा मन गर मंदिर है मेरा मन गुरूद्वारा है
तुम प्यार करो मुझको..........
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