सभी को यथायोग्य
प्रणामाशीष
पा भू दमकी
प्लैटिनम की हार
राका सौगात
आज चन्द्रमा
अपनी पूरी सोलह कलाओं के साथ
आकाश को प्रकाशित करेगा
शरद पूर्णिमा की रात है
आकाश से अमृत की वर्षा होगी
और..एक विशेष सुखद बात
वो ये है कि
पाँच लिंको के आनन्द की
साल दर साल यूँ ही गुजरता रहे
तिलामलकचूर्णेन गृही स्नानं समाचरेत्।
विधवास्त्रीयतीनां तु तुलसीमूलमृत्सया।।
सप्तमी दर्शनवमी द्वितीया दशमीषु च।
त्रयोदश्यां न च स्नायाद्धात्रीफलतिलैं सह।।
चाँद पूनम का
शरद पूर्णिमा
चन्दा तो सब का है, सब पर
शीतलता, चाँदनी लुटाता ।
काश कि, चन्दा सीधे सब की
जिह्वा पर अमृत टपकाता ॥
मालपुआ
चंदा चमके चम-चम
आज शरद रितु की ओपनिंग सेरेमनी का जाम फुलमून के नाम.
शरद पूर्णिमा
चन्दा तो सब का है, सब पर
शीतलता, चाँदनी लुटाता ।
काश कि, चन्दा सीधे सब की
जिह्वा पर अमृत टपकाता ॥
मालपुआ
चंदा चमके चम-चम
आज शरद रितु की ओपनिंग सेरेमनी का जाम फुलमून के नाम.
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