जितनी चाहत है उतनी नाराज़ भी हू मै… क्यों तेरे इंतज़ार में यंहा आज भी हू मै….
तुम कोशिशें कर लो मुझे भुलाने की सही… पर तेरी धडकनों में कंही आज भी हू मै….
ना मिटा सकोगे मेरी यादों को दिल से… तेरे दिल के किसी कोने में आज भी हूं मै…. खामोश हुये है जो लब इश्क के फ़रेब में…… हाल-ए-दिल बयां करने का अंदाज़ भी हूं मै
ये ना समझ तू मिट गई है हसरत , तुझे पाने को बेकरार यंहा आज भी हू मै…
तुम कोशिशें कर लो मुझे भुलाने की सही… पर तेरी धडकनों में कंही आज भी हू मै….
ना मिटा सकोगे मेरी यादों को दिल से… तेरे दिल के किसी कोने में आज भी हूं मै…. खामोश हुये है जो लब इश्क के फ़रेब में…… हाल-ए-दिल बयां करने का अंदाज़ भी हूं मै
ये ना समझ तू मिट गई है हसरत , तुझे पाने को बेकरार यंहा आज भी हू मै…
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