कितनी खूबसूरती से लिखा है एक पति ने👌🏻😊
शाँति और सूनापन....
• मैं सोता हूँ, घर में शाँति छा जाती है...
*वो सोती है, घर में सूनापन छा जाता है ।।
• मैं घर लौटता हूँ, घर में शाँति हो जाती है...
वो घर लौटती है, घर में रौनक हो जाती है ।।
• मैं सोकर उठता हूँ, घर में फरमाईशें गूँजती हैं...
वो सोकर उठती है, घर में पूजा की घंटियाँ गूँजती हैं ।।
• मेरा घर लौटना, उसका आत्मविश्वास बढ़ाता है...
उसका घर लौटना, घर में लक्ष्मी व अन्नपूर्णा का "वास" होता है।।
• पत्नि चुटकुलों में उपहास की पात्र नहीं है...
वो हमसफर, रक्षक व परिवार की शक्ति है।।
शाँति और सूनापन....
• मैं सोता हूँ, घर में शाँति छा जाती है...
*वो सोती है, घर में सूनापन छा जाता है ।।
• मैं घर लौटता हूँ, घर में शाँति हो जाती है...
वो घर लौटती है, घर में रौनक हो जाती है ।।
• मैं सोकर उठता हूँ, घर में फरमाईशें गूँजती हैं...
वो सोकर उठती है, घर में पूजा की घंटियाँ गूँजती हैं ।।
• मेरा घर लौटना, उसका आत्मविश्वास बढ़ाता है...
उसका घर लौटना, घर में लक्ष्मी व अन्नपूर्णा का "वास" होता है।।
• पत्नि चुटकुलों में उपहास की पात्र नहीं है...
वो हमसफर, रक्षक व परिवार की शक्ति है।।
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